फागुन में आई जब होली,
एक चूत झूम के बोली,
"कोई मेरे साथ भी खेले होली",
लण्डों ने बनाई टोली, रात भर चूत टटोली,
सुबह उठ के चूत बोली,
"माँ चुदाये ऐसी होली"।
फागुन में आई जब होली,
एक चूत झूम के बोली,
"कोई मेरे साथ भी खेले होली",
लण्डों ने बनाई टोली, रात भर चूत टटोली,
सुबह उठ के चूत बोली,
"माँ चुदाये ऐसी होली"।