नमस्कार दोस्तों, हमेशा की तरह आज फिर से हाजीर है एक नए तरह की पोस्ट के साथ जिसका टाइटल है Valentine Day 2022 Shayri।
अचानक जाने से जान पर बन सकती है,
यूं करो, धीरे धीरे हाथ छुड़ाकर जाओ यहां से।
चुभन सी होती हैं दिल मे,
जब कोई अपना बेगाना बन जाता हैं यूँही कुछ पल में।
Valentine Day 2022 Shayri in Hindi
बिना गलती के मिली हुई सजा,
मौत से भी बदत्तर लगती है।
किसी भी दिन तुझे गवां दूंगी,
मैं बहुत बेवकूफ लड़की हूं।
अभी तक नहीं समझ पाए हम भरोसे टूटते रहे या भ्रम,
बदनाम बेचारा पेट्रोल हो गया भाव तुम्हारे भी कम नहीं है।
जिंदगी है चार दिन की कुछ भी ना गिला कीजिए,
दवा जहर जाम इश्क़ जो मिले मजा कीजिए।
जो तुमसे तुम्हें ही गिड़गिड़ा कर मांग रही थी,
वो लड़की लाडली थी अपने घर की।
कुछ ना मिले उस शख़्स से तो भी चलेगा,
बस मेरा होना उसमें झलकना चाहिए।
कश्तियाँ टूट गई है सारी,
अब लिये फिरता है दरिया हमको।
हम मोहब्बत कुछ तुझसे बेमिसाल रखते है,
कि खुद से ज्यादा भी हम तेरा ख्याल रखते हैं।
ख़ुद को छान के भी देखा है मैने,
उसकी यादें मेरे जिस्म ओ जान से जाती ही नही।
छू गया जब कभी ख्याल तेरा दिल मेरा देर तक धड़कता रहा,
कल तेरा ज़िक्र छिड़ गया घर में और घर देर तक महकता रहा।
ज़रा ना दिखूँ मैं और तुम बेचैन हो जाओ,
कुछ ऐसे इश्क़ की तलाश में हु मैं।
बड़े ही खुशनुमा वहम में थे,
कि हम उनकी जिंदगी में अहम थे।
ख्वाहिश ये नही कि वो लौट आए मेरे पास,
तमन्ना ये है कि उसे जाने का मलाल हो।
इस जहां में कब किसी का दर्द अपनाते हैं लोग,
रुख हवा का देख कर अक्सर बदल जाते हैं लोग।
ये ज़रूरी नहीं है की हर बात पर तुम मेरा कहा मानो,
दहलीज पर रख दी है चाहत और अब आगे तुम जानो।
बस यही सोचकर ज्यादा शिकवा ना किया मैंने,
कि अपनी जगह हर इंसान सही हुआ करता है।
इश्क़ की भी अपनी बचकानी ज़िद है,
चुप कराने को भी वही चाहिए जो रुला कर गयी है।
कुछ चीज़ें बेवजह होती है,
बातो का मतलन ढूंढने से अच्छा,
बातो को समझना और जी लेना सीखो,
ज़िन्दगी की मुस्कुराहट फिर लौट आएगी।
दिल एक हो तो कई बार क्यों लगाया जाये,
बस एक इश्क़ ही काफी है अगर निभाया जाये।
न जाने कौन सी बात है उस जाने पहचाने से अजनबी मे,
मेरे लाख न चाहते हुए भी ,मेरी तन्हाई मे भी,
मेरे मुस्कुराने की बजह बन जाती है।
किसी से रूठ कर दरवाज़े भले बंद करिए पर,
एक खिड़की ज़रूर खुली रखिए गुंज़ाइश की उम्मीदों की।
मतलबी जमाना है नफरतों का कहर है,
ये दुनिया दिखाती शहद है पिलाती जहर है।
इतना भी हक नहीं मेरा
जानता हूँ नहीं भूला पाऊँगा तुझे,
पर दिखावा करने का हक तो है न मुझे।
अब तो कोई ख्वाहिश ना रही तुझसे,
क्योंकि वक्त के साथ खुद जो बदल गए तुम।
उनके इंतजार की घड़ी भी अब धीमी हो गई,
वो शायद इसलिए कि उनके वादों में कोई सच्चाई ही न थी ।
किसी से रूठ कर दरवाज़े भले बंद करिए पर,
एक खिड़की ज़रूर खुली रखिए गुंज़ाइश की उम्मीदों की।
राज जाहिर ना होने दो तो एक बात कहूं,
हम धीरे-धीरे तेरे बिन मर जाएंगे।
कभी ज़्यादा कभी थोड़े कभी कुछ कम नज़र आए कसम ले लो,
हमें हर वक्त तुम ही तुम ,नज़र आए।
उसने मेरी हथेली पे अपनी नाज़ुक सी ऊँगली से लिखा मुझे प्यार है तुमसे,
न जाने कैसी स्याही थी की वो लफ्ज़ मिटे भी नहीं और आज तक दिखे भी नहीं।
समय के साथ जिंदेगी भी उन गुलाब की तरह हो गई है,
जो किसी किताबों के नीचे दबकर मुरझा गईं है।
सारे जख्मों की तपिश दूर कर देती है,
तेरे प्यार की जरा सी बारिश।
हर इश्क का एक वक्त होता है वो हमारा वक्त नहीं था,
पर इसका ये मतलब ये नहीं कि वो इश्क नहीं था।
दफ़न कर दी अपनी खुशियां तेरी खुशियों की खातिर,
अगर यही मेरी गलती है तो बता मेरी गलती है क्या आखिर।
वो कहते हैं मैं ग़ज़ब लिखता हूँ, बेख़बर
मैं तेरा ही दिया हुआ दर्द लिखता हूँ।
मत लगाओ हिसाब मेरे आंसुओ का जनाब,
समंदर के पानी को कोई नाप नहीं पाया।
चलो दिल की अदला-बदली कर लें,
तड़प क्या होती है समझ जाओगे।
इश्क़ है तो ये अधूरापन क्यूँ है ,
तुम हो तो ये सूनापन क्यूँ है।
शादी मेरी भी हो गई, और उसकी भी हो गई,
पर अगर हमारी होती तो क्या बात होती।
मेरे दिल से उसकी हर गलती माफ हो जाती हैं,
जब वो मुस्कुरा के पूछती है नाराज हो क्या।