Very Funny Hindi NonVeg Short Story



एक दिन एक आदमी के घर के बाहर एक भिखारी ने भिक्षा के लिए आवाज लगाई।


अंदर से आदमी सिर्फ तौलिया लपेटे बहार आया और हाथ जोडकर बोला, बाबा 5 साल से आप मेरे घर भिक्षा

 मांगने आ रहे हैं और मैंने बिना कुछ दिए आपको कभी नही लौटाया, पर आज मेरे पास कुछ नही है। रात को डाकू

 आये और मेरी जीवन भर की सारी कमाई ले गये। यहाँ तक की बदन पे कपडे भी नही छोडे। अब मैं नंगा आपको

 क्या दूँ और खुद क्या खाऊं?


यह कहते हुए आदमी रोने लगा। यह देख भिखारी कि आँख मे भी आँसू आ गये।


भिखारी ने आदमी के सिर पर हाथ रखा और बोला, रो मत बेटा, सब ऊपर वाले की मर्जी है। पगले अब दुख मत

 कर, नंगा है तो क्या हुआ? चल अंदर आज गांड ही दे दे।


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शहर में एक बाबा जी प्रवचन के लिए आये। कुछ महिलाएं भी प्रवचन सुनने आई। साथ-साथ में प्रवचन सुन रही थी

 और साथ में आपस में बातें।


बाबा: हम जो भी अच्छे बुरे कर्म इस जन्म में करते हैं उसका फल हमें अगले जन्म में अवश्य मिलता है और आदमी

 अगले जन्म में उसी के अनुसार योनी को प्राप्त करता है।


एक महिला: बाबा जी यह बतायें कि क्या अच्छे कर्म करने से मनुष्य पुन:उसी योनी को प्राप्त करता है?


बाबा: अवश्य, वही योनी को प्राप्त करता है।


महिला (दूसरी महिला से): चल बहन हम तो अपने घर ही चलें, जब हम को अगले जन्म में भी गांड़ ही मरवानी है तो

 प्रवचन सुनने से क्या घंटा फायदा होगा।


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संता के सिर पर चोट लग गयी तो वो डॉक्टर के पास पट्टी बंधवाने गया। डॉक्टर ने सिर पर पट्टी बांध दी और पूछा

 कि चोट कैसे लगी?


संता: छोड़ो डॉक्टर साहब लंबी कहानी है।


डॉक्टर: मैं फिर भी सुनना चाहता हूँ। 


संता: बात यह है कि पिछले हफ्ते पत्नी मायके गई हुई थी। मैं भी हवा बदलने रविवार को होटल में जा टिका। मेरे

 बगल के कमरे में एक खूबसूरत औरत थी। रात ग्यारह बजे उसने दरवाजा खटखटाया और माफी मांगते हुए कहा

 कि उसे ठंड लग रही है अगर मैं कुछ मदद कर सकूं तो वह आभारी रहेगी। मैंने एक कम्बल दे दिया। थोड़ी देर

 बाद वह फिर आ गई और वही शिकायत करने लगी। मैंने उसे अपना ओवरकोट दे दिया।


आज जब मैं हथौड़ी से कील ठोंक रहा था तो अचानक मुझे समझ में आया कि उस दिन वह क्या चाह रही थी और

 बस, मैंने हथौड़ी अपने सिर पर दे मारी।

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