Welcome To Thememelogy.com Plese Fllow And Subscribe
जो कागज पर लिख दू तारीफ तुम्हारी
तो श्याही भी तेरे हुस्न की गुलाम हो जाये
-------------------
क्या लिखूं तेरी तारीफ-ए-सूरत में यार,
अलफ़ाज़ कम पड़ रहे हैं तेरी मासूमियत देखकर।
--------------------
कितना खूबसूरत चेहरा है तुम्हारा,ये दिल तो बस दीवाना है तुम्हारा,लोग कहते है चाँद का टुकड़ा तुम्हें,पर मैं कहता हूँ चाँद भी टुकड़ा है तुम्हारा।
----------------------
ये आईने क्या दे सकेंगे तुम्हेंतुम्हारी शख्सियत की खबर,
कभी हमारी आँखो से आकर पूछोकितने लाजवाब हो तुम।
-----------------------
कुछ फिजायें रंगीन हैं, कुछ आप हसीन हैं,
तारीफ करूँ या चुप रहूँ जुर्म दोनो संगीन हैं।
-----------------------
मैंने चेहरे हजार देखें हैंअदाएं भी बेशुमार देखी हैंसादगी तेरी जैसी पर कहीं देखी नहींमैंने घूमके हर बाजार देखे हैं…
----------------------
बहक गए हम तेरे महखाने मेंदेखा नहीं हुस्न तेरे जैसा जमाने मेंहटाओ पर्दा दिखाओ चाँद का टुकड़ाहल चल मच जाए दिल के वीराने में…
---------------------
तुम्हे देख के ऐसा लगाचाँद को जमीन पर देख लियातेरे हुस्न तेरे शबाब में सनमहमने कयामत को देख लिया…
----------------------
मुझे भी अब नींद की तलब नहीं रहीअब रातों को जागना अच्छा लगता है.....
--------------------
Welcome To Thememelogy.com Plese Fllow And Subscribe
Welcome To Thememelogy.com Plese Fllow And Subscribe
Welcome To Thememelogy.com Plese Fllow And Subscribe
Welcome To Thememelogy.com Plese Fllow And Subscribe
तारीफ शायरी हिन्दी, Khubsurti ki tareef shayari in hindi.