संकटों से घिर जाए.......Hindi High Motivational Poetry



 मत होना उदास ,

अगर कभी तू गिर जाए

मत रुकना अगर कभी

 संकटों से घिर जाए।


मत होना दुर्बल जो गर 

कमज़ोरी से टकरा जाए

ताक़त उसी को बना लेना 

फिर कमज़ोरी ना रहने पाए।


होता है जीवन सरल गर 

तू इसको समझ जाए

रहता है निडर निर्भीक मनुज,

संकट राहों में हज़ार आए।


मत होना उदास गर 

कभी तू गिर जाए

मत रुकना गर कभी

 संकटों से घिर जाए।


थक जाए तो जोश भरना,

 गिर जाए तो होश में आना


मत रुकना काटों से डरकर,

मत भागना पीड़ा से बचकर


तू कभी ना घबराए चाहे

 जैसा भी काल आ जाए

फिर जब भी जो भी तू चाहे 

अपनी मंज़िल को पा जाए।


मत होना उदास गर 

कभी तू गिर जाए

मत रुकना गर कभी 

संकटों से घिर जाए।


तू तेज़ से भी तेज़ तू 

सतेज तेज़ बन जाए

तू अतुल्य, अनुपम, अपूर्व

 तू ही विशेष बन जाए

श्रम -परिश्रम से ना कतराए

 उज्जवल भविष्य बन जाए

हर अभिलाषा पूर्ण करे

 तू सफ़लता बारम्बार पाए।


मत होना उदास गर 

कभी तू गिर जाए

मत रुकना गर कभी

 संकटों से घिर जाए।


_Thememelogy

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